वैक्यूम एन्हांस्ड रेसिन इंफ्यूजन प्रौद्योगिकी

वैक्यूम एन्हांस्ड रेसिन इंफ्यूजन प्रौद्योगिकी

अधिकांश वांतरिक्ष सम्मिश्रों को प्रीग्रेग/ऑटोक्लेव मोल्डिंग प्रक्रिया के प्रयोग से निर्मित किया जाता है। प्रिपेग विनाशकारी पदार्थ है और इनका सीमित जीवन है। प्रीपेग को 18 डिग्री सेल्सियस पर संग्रहीत किया जाना चाहिए जो अंतिम उत्पाद के लागत में जोडा जाता है। प्राथमिक संरचना के लागत प्रभावी विनिर्माण प्रक्रिया के लिए, एसीडी की टीम ने VERITy नामक एक प्रक्रिया का विकास किया है। VERITy का सिद्धांत यह है कि प्रबलीकरण एक उपकरण कैविटी में आयोजित किया जाता है और रेसिन के साथ उत्‍तेजित कर योजनाबद्ध रूप में फाइबर इम्‍प्रेग्‍नेट कर वैक्यूम के प्रयोग से अंतर दाब बनाए रखा जाता है। इम्‍प्रेग्‍नेट प्रीफार्म को आटोक्लेव में उपचारित किया जाता है। उपचार के दौरान, जेलेशन से पहले, आवश्यक फाइबर वॉल्यूम और बेहतर कॉम्पैक्शन प्राप्त करने के लिए बाहरी दाब लागू किया जाता है और विशेष रूप से कोक्‍यूरड जाइंट और घने क्षेत्रों में उचित समेकन सुनिश्चित किया जाता है।

VACUUM ENHANCED RESIN INFUSION TECHNOLOGY

Schematic of VERITy Process

 

मुख्य विशेषताएं

  • कम मात्रा के उत्पादन के लिए अपेक्षाकृत कम लागत
  • टूलिंग की कम लागत
  • बहुत बड़े और जटिल भागों के निर्माण की संभावना
  • निम्‍न शून्य पदार्थ (1% से कम) के साथ उच्च फाइबर मात्रा (58-60%)

 

इस तकनीक के प्रमुख उपलब्धियॉं/परिणाम

  • आटोक्लेव मोल्डिंग के समान गुण प्राप्त किए जाते हैं
  • सुरक्षित आउटबोर्ड और इनबोर्ड कॉम्प्लेक्स सारस विंग घटकों को सफलतापूर्वक VERITy प्रक्रिया के प्रयोग से निर्मित किया जाता है।
  • अल्ट्रासोनिक सी-स्कैन के उपयोग से घटक सफलतापूर्वक योग्यता प्राप्त कर रहे हैं
  • सारस विंग के लिए इनफ्यूशन प्रौद्योगिकी के विकास ने 2015 में थर्मोसेट श्रेणी में जेईसी एशिया नवाचार पुरस्कार और पेट्रोकेमिकल और डाउनस्ट्रीम प्लास्टिक प्रसंस्करण उद्योग में प्रौद्योगिकी नवाचार के लिए 7वां राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया, 2016-17 में रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा पॉलिमर विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में अनुसंधान के लिए पुरस्‍कार प्राप्‍त किया।

 

पिछला नवीनीकरण : 28-09-2020 05:44:09pm