1990 से सीएसआईआर-एनएएल के नागर विमान अभिकल्प एवं विकास केन्द्र (सी-कैड) प्रभाग के वरिष्ठ प्रधान वैज्ञानिक और उप प्रधान श्री सतीश आर रोहिडेकर 1990 से प्रभाग के नागर विमान विकास कार्यक्रम में कार्य कर रहे हैं। वे जुलाई 2017 से चल रहे नागर विमान कार्यक्रम जैसे सारस, हंसा और सीएनएम 5 के लिए परियोजना निदेशक (इक्विपिंग एंड एयरक्राफ्ट इंटिग्रेशन) के रूप में काम कर रहे हैं । वर्तमान में वे सरस एयरक्राफ्ट टैक्सी परीक्षण और उड़ान परीक्षण गतिविधियों, हंसा -3 वायुयान पर आशोधन और हंसा-एनजी वायुयान के विकास में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं।
उन्होंने हंसा-3 के विकास, डिजाइन, विश्लेषण, संविरचन, संरचनात्मक परीक्षण, वायुयान समाकलन और उड़ान परीक्षण (1999-1998) के क्षेत्रों में दो सीटर पूर्ण सम्मिश्र लघु वायुयान के लिए सीएसआईआर-एनएएल के विभिन्न प्रभागों के साथ समन्वय किया है। उन्होंने परियोजना लीडर (2000-2008) के रूप में 14 हंसा -3 विमानों के सीरीज़ उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वे डीजीसीए अनुमोदित सीएआर-एम संगठन (2014-2017) के तहत परियोजना निदेशक और गुणता प्रबंधक के रूप में हंसा -3 विमान रखरखाव और उड़ान संचालन में कामयाब रहें।
सीएनएम 5 पांच सीट सामान्य विमानन विमान कार्यक्रम के डिजाइन के उप प्रधान के रूप में उन्होंने एयरफ्रेम घटकों के लिए चित्रों के विकास के लिए डिजाइन, विश्लेषण, टूल डिजाइन और निर्माण टीमों के साथ और टूल समुच्चय जिगस/फिक्सचर के विनिर्माण केलिए सहयोग दिया है ( 2006-2011)।
ग्रुप लीडर, स्ट्रक्चरल असेंबली, के रूप में, उन्होंने चौदह सीटर कम्यूटर एयरक्राफ्ट (2012-2013) सारस के लिए स्टब-विंग्स और नेसेलिस की असेंबली की देखरेख की है।
पिछला नवीनीकरण : 28-06-2021 02:19:03pm