प्रशांत कुमार पांडा डॉ

प्रशांत कुमार पांडा डॉ
प्रधान


डा पी के पांडा वर्तमान में पदार्थ विज्ञान प्रभाग के मुख्य वैज्ञानिक के रूप में काम कर रहे हैं। वह  कलकत्ता विश्वविद्यालय (1 9 87) से सिरेमिक टेक्नोलॉजी में स्नातक और फ्रांस के आईएनएसए डी ल्यों से पीएचडी की उपाधि डी (1 999) प्राप्त की।  उन्होंने 1993 में सीएसआईआर-एनएएल कार्यग्रहण करने से पहले कुछ समय तक मेसर्स ग्राइंडवेल नॉर्टन लिमिटेड, बेंगलूर में (1987-89) और नौसेना पदार्थ अनुसंधान प्रयोगशाला(NMRL), डीआरडीओ काम किया। आरंभ में डा पांडा  सीएसआईआर-एनएएल में,  एल्यूमिना की जलतापीय संश्लेषण के अ-वि,  SiC(w) प्रबलित एल्यूमिना, कार्बोथर्मल रिड्क्शन द्वारा जिक्रोनिया सिरेमिक, सोल-जेल संश्लेषण मार्ग, थर्मल सदमे और चीनी मिट्टी के थर्मल थकान द्वारा  प्रबलित एल्यूमिना, सिरेमिक के तापीय षोक और तापीय श्रांति पर काम किया। वर्ष 2002 में, डा पांडा ने पीजो इलेक्ट्रिक ( पीजेडटी ) और लीड मैग्नीशियम निओबेट ( पीएमएन) के विकास पर अनुसंधान एवं विकास कार्य शुरू किया । उनके समूह ने सफलतापूर्वक पीजेडटी और पीएमएन पाउडर तैयार किए, मल्टी लेयर पाइज़ो स्टैक्स बनाये। वर्ष 2005 में, उन्होंने एक नया "इलेक्ट्रो सिरेमिक प्रयोगशाला" की स्थापना की। डॉ। पांडा की नेतत्व में उनका टीम वर्तमान में लीड फ्री पीजो पदार्थ, पीजो इलेक्ट्रिक पदार्थ  का उपयोग करके ऊर्जा उत्पादन, इलेक्ट्रोस्पिनिंग तकनीक द्वारा बहुलक और सिरेमिक नैनोफाइबर की तैयारी पर काम कर रही है। डॉ पांडा ने दो छात्रों को पीएचडी, चार छात्रों को एम.टेक शोध प्रबंध तैयारी करने के लिये और कुछ छात्रों को स्नातक परियोजना  कार्य के लिये निर्देश दिया।

 

पसंदीदा अनुसंधान क्षेत्र

  • स्मार्ट इलेक्ट्रो सिरेमिक।
  • पीज़ोइलेक्ट्रिक (पीजेडटी) और लीड फ्री पीज़ो सिरेमिक्स।
  • वांतरिक्ष अनुप्रयोग के लिए पीजेडटी एक्ट्यूएटर और सेंसर की फैब्रिकेशन।
  • पीज़ो पदार्थ का उपयोग कर ऊर्जा उत्पादन,
  • पानी निस्यंदन अनुप्रयोग के लिए इलेक्ट्रोस्पिनिंग द्वारा नैनोफाइबर,
  • सिरेमिक पदार्थों के तापीय षोक और तापीय श्रांति अध्ययन, उच्च तापमान अनुप्रयोगों के लिए उन्नत सिरेमिक ।

पिछला नवीनीकरण : 11-11-2020 11:37:55पूर्वान्ह