ध्वानिक परीक्षण सुविधा
ध्वानिक परीक्षण सुविधा (एटीएफ) 1986 में स्थापित किया गया और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के लिए उपग्रहों के परीक्षण और प्रमोचन यान और उप-प्रणालियों के लिए एक राष्ट्रीय सुविधा है। एटीएफ रव के लिए पर्यावरण और वन मंत्रालय / केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा अनुमोदित प्रमाणन अभिकरण भी है। एटीएफ विभिन्न वांतरिक्ष / रक्षा संगठनों के लिए रव और कंपन विश्लेषण में भी जुड़ा हुआ है। एटीएफ बड़े अनुरणक ध्वानिक परीक्षण सुविधाओं की डिजाइन, विकास और संस्थापन, रव उत्पन्न करने और नियंत्रण करने हेतु प्रत्यक्ष क्षेत्र ध्वानिक परीक्षण सेट-अप और सिस्टम कमीशन भी करता है।
एटीएफ में 1100 क्यूबिक मीटर रिवरबेरेशन चैम्बर है, जो हार्ड रिफ्जेक्टिं वॉल्स से बना है, ताकि ब्रांड बैंड विशेषताओं के साथ विसरित ध्वनि क्षेत्र सुनिश्चित किया जा सके। रव के माध्यम से चैम्बर से जुड़े रव स्रोतों को संपीड़ित हवा के साथ आपूर्ति की जाती है और इलेक्ट्रो वायवीय ट्रांसड्यूसर्स द्वारा नियंत्रित किया जाता है जो 120 ध्वानिक किलो वैट पावर का उत्पादन करता है जो प्रतिवर्ती कक्ष में 157 डेसिबल के ध्वनि दबाव स्तर प्राप्त करता है। इस अनुरणन चैंबर में औसत वर्ग ध्वनि दबाव स्तर की औसत समय हर जगह कम या ज्यादा है। यह 3000 से अधिक ध्वानिक अवधमन निष्पादित किया और 100 से अधिक अंतरिक्ष यान, प्रमोचन यान और इसके उप प्रणालियों का परीक्षण किया है। ,
विनिर्दिष्टताए
ज्यामिती : आयाताकार
वाल्यूम (cu.m) : 1100
विस्तीर्ण (l x b x h – मीटर) : 10.33 x 8.2 x 13
अधिकतम कुल ध्वनि दबाव स्तर l
(OASPL) dB : 157 (Ref. 20µ Pa)
आवृत्ति रेंज (Hz) : 25 – 10,000
स्पैटिएल वितरण OASPL (dB) : +/- 1 in central 10% volume
ध्वानिक स्पेक्ट्रम नियंत्रण और माप : 16 channel (m+P acoustic control system)
कंपन माप : 192 channel (PROSIG)
तनाव माप : 16 Channel (PROSIG)
स्वच्छ कक्ष सुविधा क्लैस : 100,000
स्वच्छ कक्ष क्षेत्र : 210 sq. m
नमूना संभालन प्रद्धति
इलेक्ट्रिक हॉइस्ट : 5 ton – 2 nos
ईओटी : 5 ton– 1 no & 20 ton–1 no.
नमूना परिवहन ट्राली : 10 ton with rail system
इस सुविधा में अनुप्रयोग की गई तकनीक
- अंतरिक्ष यान और प्रमोचन यान के ध्वानिक परीक्षण हेतु व्यापन बैंण्ड रव स्पेक्ट्रा सिमुलशन
- वास्तविक समय कंपन रेसपान्स डाटा प्राप्ण और विश्लेषण
इस सुविधा के प्रमुख ग्राहक : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन